सामाजिक क्षेत्र कार्यकर्ता सहयोग निधि


हाल के वर्षों में भारत में नागरिक समाज ने अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना किया है। मौजूदा वैश्विक महामारी ने सामाजिक संस्थाओं को काफी हद तक प्रभावित किया है। इस बात को लेकर बहुत चिंता रही है कि मौजूदा दौर मे परंपरागत तरीकों के माध्यम से काम करते हुए इस महामारी द्वारा अनेक स्तर पर उत्पन्न किये गए व्यवधानों के असर को कैसे कम किया जा सके? हम जानते हैं कि भारत मे इस संकट से निपटने के लिए स्वयंसेवी जगत को सरकार का अपेक्षित समर्थन हासिल नहीं हुआ है। यहाँ तक कि राहत कार्यों मे प्रत्यक्ष रूप से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं को फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की तरह मान्य नहीं किया गया है,उनके लिए विशेष तौर पर किये जाने वाले किसी प्रावधान की तो बात अलग ही है। 

नेशनल फाउण्डेशन फॉर इंडिया (NFI)द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं मे कार्यरत कार्यकर्ताओं के सहयोग हेतु सामाजिक क्षेत्र/ कार्यकर्ता सहयोग निधि Civil Society Resilience Fund का गठन किया जा रहा है ताकि न सिर्फ अभी जिन हालात का सामना है उससे निपटा जा सके बल्कि उन समस्याओं को भी ध्यान मे रखा जाए जो आने वाले समय मे खासकर छोटी संस्थाओं के समक्ष उपस्थित हो सकती हैं। शुरुआत के तौर पर, इस निधि का फोकस स्वयंसेवी संस्थाओं मे काम करने वाले उन जमीनी कार्यकर्ताओं पर होगा जिन्हे महामारी के दौरान जीवन और आजीविका का नुकसान हुआ है।
 
सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए सुनिश्चित सुरक्षा और स्वास्थ्य निधि (CSWASTH) इस इस तरह का पहला प्रयास है। भारत मे स्वयंसेवी संस्थाओं ने न केवल अभूतपूर्व कोविड आपदा बल्कि लॉक डाउन के चलते उत्पन्न हुई मुश्किलों का सामना करने के दौरान जबरदस्त काम करके उदाहरण स्थापित किया है। पिछले डेढ़ वर्ष के दौरान अर्थात कोविड की पहली और दूसरी लहरों के समय जमीनी स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ता अपनी  जान जोखिम मे डालकर भी लोगों के लिए मदद करने के लिए मैदान मे डटे रहे हैं, चाहे वह राशन वितरण की बात हो, चिकित्सा सहायता की बात हो, अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों मे बीमार लोगों की सहायता करने का अवसर हो या फिर चिकित्सा संबंधी आकस्मिक जरूरतों मे जन समुदाय की मदद करने का मामला हो।
ये जमीनी सामाजिक कार्यकर्ता आमतौर पर खुद के लिए पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा योजनाओं अथवा चिकित्सा बीमा का लाभ न होने के बावजूद भी अपनी जान जोखिम मे डालकर लोगों की मदद कर रहे थे। सैकड़ों की तादाद मे कार्यकर्ता कोविड के शिकार हो गए जबकि अनेकों दूसरे साथी अभी भी मंहगे इलाज और स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर मुश्किलों से जूझ रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए सुनिश्चित सुरक्षा और स्वास्थ्य निधि (CSWASTH) के माध्यम से ऐसे ही फ्रन्टलाइन वर्कर्स के निधन पर 1 लाख रुपये तथा चिकित्सा सहयोग हेतु 50 हजार रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए मार्च 2020 के बाद की अवधि मे आने वाले मामलों को शामिल किया जाएगा।

यह फंड विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों मे कार्यरत 100 से अधिक संस्थाओं की एक संयुक्त पहल है और इसका संचालन नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया द्वारा किया जाएगा। इसमें सहयोग और निगरानी करने के लिए एक समृद्ध समूह भी होगा जिसमे एनी निर्मला (CSEI), बिराज पटनायक (NFI), जागेश्वर राव (FES), मज़हर हुसैन (COVA), मीनाक्षी बत्रा (CAF), सुधीर साहनी (PRADAN), उषा चकमा (वादा न तोड़ो  अभियान )और योगेश कुमार (समर्थन)शामिल हैं। साथ ही सिविल सोसाइटी आर्गेनाईजेशन और ग़ैर सरकारी संस्थानों से हम ये अपील करते हैं कि वो इस फंड में अपना सहयोग दें ताकि सोशल सेक्टर के ज़्यादह से ज़्यादह फ्रंटलाइन वर्कर्स की मदद की जा सके।  



CSWASTH निधि से सहयोग के लिए आवेदन हेतु अर्हताएं-

  • आवेदक औपचारिक रूप से किसी स्वयंसेवी संस्था मे कार्यरत हों।

  • कोविड पॉजिटिव होने का प्रमाणपत्र [ हालांकि इसके बिना भी आवेदन किया जा सकता है ]

  • आवेदक की मासिक आमदनी 25,000 रुपये से कम होनी चाहिए।

  • किसी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त न हुआ हो।

  • ऐसी संस्थाओं मे कार्यरत कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी जिसका लेनदेन 1 करोड़ से कम होगा।
     

आवेदन करने हेतु कृपया निम्नलिखित लिंक पर जाएँ-