मदद हेतु वित्‍तीय योगदान की अपील

कोविड-19 से प्रभावित स्‍वयं सेवी संस्‍थाओं के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की मदद हेतु वित्‍तीय योगदान की अपील

प्रिय मित्रो,

जैसा कि आप जानते हैं, कोविड 19 ने भारतीय समाज के लगभग हर वर्ग को अपनी चपेट में लिया है। दूसरी लहर में आधिकारिक तौर पर लगभग 2 लाख मौतें दर्ज की गई है। जबकि मरने वालों की कुल संख्या राज्यों की आधिकारिक मृत्यु दर से पांच से पैंतालीस गुना के बीच होने का अनुमान है। महामारी के दौरान, जहां राज्यों की विफलता उजागर हुई, नागर समाज ने आपदा के प्रभाव को कम करने हेतु हर स्‍तर पर अग्रणी भूमिका निभाई है। पहले चरण में अचानक घोषित तालाबंदी के मद्देनजर प्रवासी कामगारों की सहायता करने से लेकर देश में दूसरी लहर आने पर अस्पताल में बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की व्‍यवस्‍था बनाने तक में सहयोग किया।

एनजीओ कार्यकर्ताओं को अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के रूप में औपचारिक मान्यता नहीं दी गई। नतीजतन, उन्हें सरकार द्वारा (संघ या राज्य स्तर पर) टीकाकरण में भी प्राथमिकता प्रदान नहीं मिली, किसी अनुग्रह या मुआवजा योजना के लाभ की तो बात ही छोड़ दें। इसमें स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में काम करने वाली स्‍वयंसेवी संस्‍थायें बड़ी संख्या में शामिल हैं। संस्थागत स्तर पर, गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ताओं की विशाल संख्‍या को बुनियादी स्‍तर की सामाजिक सुरक्षा नहीं मिल पाती हैं, जो औपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को मिलती है। कई मामलों में, उनके पास उन लोगों के समान सामाजिक सुरक्षा मानक होते हैं जिनके अधिकारों की रक्षा के लिये वे काम करते हैं। वे गांव और जमीनी स्तर पर उस टूटी-फूटी चिकित्सा प्रणाली पर निर्भर हैं, जिसमें सुधार कर लोगों को बेहतर सुविधायें दिलाने के लिए संघर्ष करते हैं। एनजीओ क्षेत्र में वित्‍तीय संसाधनों की बढ़ती अनिश्चितता, दान दाता संस्‍थाओं की अनुपलब्‍धता इस क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के रोजगार की अस्थिरता और उन्‍हें सामाजिक सुरक्षा न मिल पाने के प्रमुख कारण हैं। 

इस संदर्भ में डॉ. राजेश टंडन द्वारा सौ से अधिक क्षेत्र के लीडरों को एक सिविल सोसाइटी फंड के निर्माण पर विचार मंथन करने के लिये आमंत्रित किया गया। ताकि, अग्रिम पंक्ति के  कार्यकर्ताओं और उन एनजीओ कर्मचारियों की मदद की जा सके, जिन्होंने पिछले डेढ़ साल में अपनी जान गंवाई है। ‘नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया’ को फंड जुटाने और इस फंड के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह फंड निम्‍न तीन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु उपयोग किया जाएगा-

  • प्रत्येक शोक संतप्त परिवार को एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करना।

  • कोविड के मामलों में चिकित्सा खर्च उठा सकने में असमर्थ अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के चिकित्सा खर्च की भरपाई करना।

  • एनजीओ क्षेत्र में काम करने वाले सभी कर्मचारियों, जिनकी किसी सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम तक पहुंच नहीं है, के लिए लम्‍बी अवधि तक लाभ देने वाली टर्म/स्वास्थ्य बीमा योजना बनाना।
     

संगठनों से प्रस्तावित योगदान

(यह एक सांकेतिक न्‍यूनतम धन राशि है, हम उच्च योगदान का स्वागत करते हैं)

क्र.

संस्‍था का आकार

प्रस्‍तावित योगदान (रूपये में)

1

10 करोड़ से अधिक वार्षिक कारोबार वाले स्‍वैच्छिक संगठन

50000.00

2

5 से 10 करोड़ तक वार्षिक कारोबार वाले स्‍वैच्छिक संगठन

25000.00

3

2 से 5 करोड़ तक वार्षिक कारोबार वाले स्‍वैच्छिक संगठन

15000.00

4

2 करोड़ से कम वार्षिक कारोबार वाले संगठन (स्‍वैच्छिक)

10000.00

 

 

 

गैर सरकारी संगठनों, दान दाता संस्‍थाओं और व्‍यक्तिगत पूंजीपतियों के सहयोग से स्‍वैच्छिक संगठनों में अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के सहयोग हेतु एक सामाजिक सुरक्षा कोष बनाने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है। ‘नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया’ (एनएफआई) इस पहल की मेजबानी के लिए सहमत है और इस उद्देश्य के लिए क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व के साथ बनाए गए टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। हमारी तत्काल प्राथमिकता महामारी के दौरान जान गंवाने वालों के परिवारों को सहायता प्रदान करना है।

हम आपसे देश भर में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के योगदान की पहचान और सम्मान करने हेतु सामाजिक सुरक्षा को प्रोत्‍साहन और सहयोग देने के लिए राष्ट्रीय स्वैच्छिक क्षेत्र कल्याण कोष बनाने की पहल का समर्थन करने का आग्रह करते हैं।

आप अपना योगदान (केवल भारतीय/गैर-एफसीआरए फंड) यहां भेज सकते हैं:

संगठन का नाम: नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया
बैंक का नाम- कोटक महिंद्रा बैंक
बैंक खाता संख्या: 8211647120
शाखा कोड/आईएफएससी कोड: KKBK0004602

आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।
भवदीय
बिराज पटनायक (एनएफआई), एनी निमाला (सीएसईआई), उस्मा चकमा (वाड़ा ना तोडो अभियान), जगदीश राव (एफईएस), मजहर हुसैन (कोवा), मीनाक्षी बत्रा (सीएएफ), सुधीर साहिनी (प्रदान), योगेश कुमार (समर्थन)
(सीएसओ कार्यकर्ताओं की सामाजिक सुरक्षा हेतु गठित टास्‍क फोर्स की ओर से)